खून के आंसू पी जाती है, वह गृहणी है ,सब कुछ सह जाती है। खून के आंसू पी जाती है, वह गृहणी है ,सब कुछ सह जाती है।
आपसी तल्खियां बहुत बाद जाती है (कटुता ) शहरी पुरानी बस्तियाँ आबाद जाती है। आपसी तल्खियां बहुत बाद जाती है (कटुता ) शहरी पुरानी बस्तियाँ आबाद जाती है।
यूं तो हर किसी की कोई न कोई कहानी है रवानी है, जवानी है दीवानगी भी रूहानी है पर यूं तो हर किसी की कोई न कोई कहानी है रवानी है, जवानी है दीवानगी भी र...
मुस्कुराहट कब थम जाती है हम होंठ बंद कर लेते हैं सपने कब खत्म होते हैं हम आँखें खोलते मुस्कुराहट कब थम जाती है हम होंठ बंद कर लेते हैं सपने कब खत्म होते हैं हम आँ...
मिले हैं जब से तुम से नयन प्रिय हिया को नहीं चैन अब आता है। तेरे प्रेम में हुआ ये म मिले हैं जब से तुम से नयन प्रिय हिया को नहीं चैन अब आता है। तेरे प्रेम में...
जब देखता चलकर बहुत, थक जाता है कोई पथिक पैदल चलने के सिवा नहीं, पास उसके कोई विकल्प जब देखता चलकर बहुत, थक जाता है कोई पथिक पैदल चलने के सिवा नहीं, पास उसके कोई ...